दिल के चंद एहसास
वर्षा की बूँदों में, प्यार नजर आता है
धरती के लिए आसमां का, इजहार नजर आता है।।
जानता है आसमां कि वो कभी,
धरती की मोहब्बत को पा नहीं सकता।।
फिर भी उसके गुलशन को, खिलाने को,
बेकरार नजर आता है।।
----विचार एवं शब्द-सृजन----
----By---
----Shashank मणि Yadava’सनम’----
---स्वलिखित एवं मौलिक रचना---
Dilawar Singh
21-Jan-2024 03:13 PM
अद्भुत अति सुन्दर 👌👌
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Sachin dev
13-Dec-2022 04:52 PM
Well done 👍
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